सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

How to make 'tawa kulcha' at home, घर पर ऐसे बनाएं तवा कुलचा hindi shayari h


नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है, आज मैं बहुत ही प्यारी डिश ( How to make 'tawa kulcha' at home ) लेकर आया हु तवा कुलचा पंजाबी रेसिपी है.मुझे पता है आप सबको यह रेसिपी पसंद आएगी

How to make 'tawa kulcha' at home, घर पर ऐसे बनाएं तवा कुलचा
'tawa kulcha' at home

 तवा कुलचा पंजाबी रेसिपी है. ये छोले के साथ बेहद टेस्‍टी लगते हैं. आप अपने घर में आसानी से कुलचा नान बना सकती हैं. तो फिर सोच क्‍या रहे हैं, झटपट तवा कुलचा बनाने की रेसिपी ट्राइ्र करें.


Food recipe in hindi 
सामग्री :

– मैदा (200 ग्राम)

– दही  (1/4 कप)

– शक्कर ( 01 छोटा चम्मच)

– बेकिंग सोडा ( 1/4 छोटा चम्मच)

– कसूरी मेथी ( 02 बड़े चम्मच)

– हरा धनिया ( 02 बड़े चम्मच कतरा हुआ)

– तेल (02 बड़े चम्मच)

नमक ( स्वादानुसार)



Tawa kulcha recipe
बनाने की विधि :

– सबसे पहले मैदा को छान लें, उसके बाद उसमें दही, शक्कर, बेकिंग सोडा, नमक, और तेल डाल कर अच्छी तरह से मिला लें.

– इसके बाद उसे गुनगुने पानी से चपाती के आटे से थोड़ा नरम गूंथ लें, ध्यान रहे आटा एकदम मुलायम और चिकना गुंथना चाहिए, तभी कुलचे अच्छे बन पाएंगे.

ये भी पढ़ें- गरमी के मौसम में बनाएं यह चटपटी चटनी

– अब हाथ में थोड़ा सा तेल लगाकर आटे में लगा दें और उसे किसी गहरे बर्तन में करके गीले कपड़े से ढक  दें और किसी गरम स्थान पर 4-5 घंटे (ठंडा मौसम होने पर आटे को 11-12 घंटे के लिए रखें) के लिए रख दें.

– इतने समय के बाद आटा थोड सा फूल जाएगा और यदि आटा ठीक तरह से न फूला हो, तो समझ जाएं कि अभी वह कुलचे के लिए तैयार नहीं है और उसे कुछ और समय के लिए रखने की ज़रूरत है.

– फूले हुए आटे को लेकर उसे दबा-दबा कर चिकना कर लें और फिर उसे लगभग 10 लोइयों में बांट लें. अब तवा को आग पर रखें और उसे गरम करें.

– गरम होने पर तवा पर हल्का सा तेल लगा दें. उसके बाद आटे की एक लोई लेकर उसमें हल्का सा मैदा   लगाएं और बेलन की सहायता से 1/2 सेमी0 की मोटाई में बेल लें.


 बेस्ट रेसिपी बेस्ट रेसिपी इन हिन्दी
– बेलने के बाद लगभग आधा छोटा चम्मच कसूरी मैथी और थोड़ी सी कटी धनिया उसपर डालें और हाथ से दबा दें.

– उसके बाद कसूरी मेथी वाली सतह को ऊपर करते हुये कुलचे को तवे पर डाल दें.

– जब कुलचा थोडा सा फूलने लगे, तो उसे पलट दें.

– जब कुलचे की दूसरी सतह भी हल्की सी सेंक जाए जाए, तो उसकी एक सतह पर थोड़ा सा घी लगाएं और उसे सेंक लें.

– इसी तरह दूसरी सतह को भी घी लगा कर सेंकें और सेंकने पर कुल्चा हल्का ब्राउन चित्तीदार हो जाएगा.

– लीजिए आपकी तवा कुलचा बनाने की विधि कम्‍प्‍लीट हुई, अब आपका अमृतसरी कुलचा  तैयार है.

ये भी पढ़ें- ऐसे बनाएं मिर्ची वड़ा


अगर आप सबको यह रेसिपी पसंद आया तो आप से रिक्वेस्ट प्लीज एक शेयर कर दीजिये









best recipe best recipe in hindi food recipe food recipe in hindi tawa kulcha recipe tawa kulcha recipe in hindi बेस्ट रेसिपी बेस्ट रेसिपी इन हिन्दी

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...