‘दुनिया’-पर 20 बेहतरीन शेर
फैलती जा रही है ये दुनिया
जश्न-ए-आवारगी मनाने में
- अरशद लतीफ़
मरने की दुआएं क्यूं मांगूं जीने की तमन्ना कौन करे
ये दुनिया हो या वो दुनिया अब ख़्वाहिश-ए-दुनिया कौन करे
- मुईन अहसन जज़्बी
लम्हे उदास उदास फ़ज़ाएं घुटी घुटी
दुनिया अगर यही है तो दुनिया से बच के चल
- शकील बदायूंनी
दुनिया तो है दुनिया कि वो दुश्मन है सदा की
सौ बार तिरे इश्क़ में हम ख़ुद से लड़े हैं
- जलील ’आली’
ये भी तो सोचिए कभी तन्हाई में ज़रा
दुनिया से हम ने क्या लिया दुनिया को क्या दिया
- हफ़ीज़ मेरठी
या मैं सोचूं कुछ भी न उस के बारे में
या ऐसा हो दुनिया और बदल जाए
- शहरयार
मैं 'शाद' तन्हा इक तरफ़ और दुनिया की दुनिया इक तरफ़
सारा समुंदर इक तरफ़ आँसू का क़तरा इक तरफ़
- शाद अज़ीमाबादी
दुनिया में हूं दुनिया का तलबगार नहीं हूं
बाज़ार से गुज़रा हूं ख़रीदार नहीं हूं
- अकबर इलाहाबादी
'जौन' दुनिया की चाकरी कर के
तू ने दिल की वो नौकरी क्या की
- जौन एलिया
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली
- बशीर बद्र
दुनिया है संभल के दिल लगाना
यां लोग अजब अजब मिलेंगे
- मीर हसन
दाएम आबाद रहेगी दुनिया
हम न होंगे कोई हम सा होगा
- नासिर काज़मी
नया लिबास पहन कर भी
दुनिया वही पुरानी है
- नज़ीर क़ैसर
दुनिया की क्या चाह करें
दुनिया आनी-जानी है
- तनवीर गौहर
बस हम दोनों ज़िंदा हैं
बाक़ी दुनिया फ़ानी है
- नज़ीर क़ैसर
ओ मेरे मसरूफ़ ख़ुदा
अपनी दुनिया देख ज़रा
- नासिर काज़मी