सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Horror Hindi Web Series On Netflix Zee5 And Other Ott Platform आपकी धड़कन बढ़ा देंगी ये पांच वेब सीरीज, डर के साथ होगा मनोरंजन


Netflix Zee5  Web Series HIndi
Netflix Zee5  Web Series

Horror Hindi Web Series लॉकडाउन में अमर उजाला आपके मनोरंजन का पूरा ख्याल रख रहा है। आप बोर न हो इसके लिए हम लगातार कोशिश कर रहे हैं। इसी फेहरिस्त में हम आपको रोज उन वेब सीरीज के बारे में भी बता रहे हैं जिन्हें देखकर आप अपना अच्छा टाइम पास कर सकते हैं। आज हम आपको पांच ऐसी इंडियन हॉरर वेब सीरीज के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके दिल की धड़कन बढ़ा देंगी। 


 टाइपराइटर


टाइपराइटर 
इस लिस्ट में पहला नाम है टाइपराइटर का। अगर आपको हॉरर कहानियां पसंद हैं, आप वेब सीरीज एडिक्ट हैं और कुछ नया देखना चाहते हैं तो ये आपके लिए कमाल की वेब सीरीज है। सुजॉय घोष अपनी कहानियों में थ्रिलर एलिंमेंट्स के लिए जाने जाते हैं और ये सीरीज इससे भरी हुई है। ये कहानी घोस्ट ऑफ सुल्तानपुर नाम की एक किताब और एक टाइपराइटर के इर्द-गिर्द धूमती है। कुछ बच्चे किताब से प्रभावित हैं। इसी किताब के जरिए ये अपने मिशन को पूरा करते हैं और कहानी आगे बढ़ती है। आखिर तक भूत से मिलने का उनका सपना लगभग पूरा हो ही जाता है। इसे आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं। 


गहराईयां
 


गहराईयां
गहराईयां एक हॉरर वेब सीरीज है, जो विक्रम भट्ट द्वारा बनाई गई है। इसमें संजय शेख, वत्सल शेठ मुख्य भूमिका में हैं। इसका निर्देशन सिद्घांत सचदेव ने किया है। वेब सीरीज की कहानी रैना मलिक (संजीदा शेख) की है, जो 26 साल की एक सर्जन हैं। किन्हीं वजहों से वो अपने प्रोफेशन को छोड़कर मुंबई शिफ्ट हो जाती हैं। लेकिन फ्लैट में उनके साथ डरावने हादसे होने लगते हैं। उन्हें लगता है कि कोई साया उनका हमेशा पीछा कर रहा है। उनके दोस्तों को लगता है कि यह रैना का वहम है। तब उनका पड़ोसी उनकी सहायता के लिए आगे आते है। इसे आप Viu पर देख सकते हैं। 

 
भ्रम

भ्रम
भ्रम कल्कि केकलां अभिनीत एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर वेब सीरीज है। भ्रम की कहानी और कथानक, अलीशा खन्ना नामक एक युवा लड़की की जीवन कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो प्रेम कहानियों की एक बेहतरीन लेखिका होती है। एक कार दुर्घटना उसके जीवन को बदल देती है और वह अपनी मानसिकता के संबंध में बहुत स्थिरता खो देती है। इसलिए, अपनी स्थिरता को हासिल करने के लिए वह अपनी बहन अंकिता (भूमिका चावला) की ओर मुड़ती है और उसके और उसके पति पीटर पॉल (संजय सूरी) के साथ घूमने और रहने का फैसला करती है। कहानी आगे बढ़ती और मजा दोगुना होने लगता है। इस वेब सीरीज को आप जी5 पर देख सकते हैं।

 
घूल


घूल
 घूल एक अरेबिक टाइटल है जिसका मतलब है जिन्न या पिशाच। एक बेटी अपने देश के प्रति कर्तव्य निभाते हुए देशद्रोही पिता के बारे में पुलिस को जानकारी देती है। वही, पिता अपने नापाक मनसूबों में कामयाब होने के लिए एक जिन्न की मदद लेता है जिसका नाम घूल है। इसके इर्द-गिर्द पूरी कहानी घूमती नजर आती है। पिता को लगता है कि सरकार मुस्लिमों के खिलाफ काम कर रही है इस कारण वह लोगों को इस्लाम का पाठ पढ़ाना चाहता है और लोगों को सचेत करना चाहता है। लेकिन इसी पिता की बेटी के विचार अलग हैं और वो पिता को कई बार यह सब करने से रोकती भी है। इस वेब सीरीज को आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

  परछाई



परछाई
जादुई, रहस्यमय, रोमांचक कहानियों के लिए मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की कहानियों पर ये वेब सीरीज आधारित है। इसके कई एपिसोड्स हैं। इसके हर एपिसोड में एक अलग कहानी है। कुछ में आपको डर लगता है और कुछ आपके अंदर का डर निकाल देती हैं। लॉकडाउन में ये वेब सीरीज आपका अच्छा टाइमपास कर सकती है। इसे आप जी5 पर देख सकते हैं। 

 











इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...