Irada Shayari Collection and Saturday Motivation top 4 sher 3 |
'इरादों' पर कहे गए शेर...
उस दिन से पानियों की तरह बह रहे हैं हम
जिस दिन से पत्थरों का इरादा समझ लिया
- सईद अहमद
ज़िंदगी इक नई राह पर
बे-इरादा ही चलने लगी
- असर अकबराबादी
जिन के मज़बूत इरादे बने पहचान उन की
मंज़िलें आप ही हो जाती हैं आसान उन की
- अलीना इतरत
था इरादा तिरी फ़रियाद करें हाकिम से
वो भी एे शोख़ तिरा चाहने वाला निकला
- नज़ीर अकबराबादी
आज फिर मुझ से कहा दरिया ने
क्या इरादा है बहा ले जाऊँ
- मोहम्मद अल्वी
आसमाँ अपने इरादों में मगन है लेकिन
आदमी अपने ख़यालात लिए फिरता है
- अनवर मसूद
सुना है सच्ची हो नीयत तो राह खुलती है
चलो सफ़र न करें कम से कम इरादा करें
- मंज़ूर हाशमी
जो साथ लाए थे घर से वो खो गया है कहीं
इरादा वर्ना हमारा भी वापसी का था
- आफ़ताब शम्सी
इज़हार-ए-मुद्दआ का इरादा था आज कुछ
तेवर तुम्हारे देख के ख़ामोश हो गया
- शाद अज़ीमाबादी
मंज़िल तो मेरे अपने इरादों के साथ है
रहबर मिले न अब कोई नक़्श-ए-क़दम मिले
- अज्ञात
उसे अब भूल जाने का इरादा कर लिया है
भरोसा ग़ालिबन ख़ुद पर ज़ियादा कर लिया है
- अताउल हक़ क़ासमी
बहुत नज़दीक आती जा रही हो
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या
- जौन एलिया
काट कर पर मुतमइन सय्याद बे-परवा न हो
रूह बुलबुल की इरादा रखती है परवाज़ का
- हैदर अली आतिश
कभी उन को मिलती नहीं कोई मंज़िल
बदलते हैं जो हर क़दम पर इरादे
- राक़ीम लखनवी
इरादा था कि अब के रंग-ए-दुनिया देखना है
ख़बर क्या थी कि अपना ही तमाशा देखना है
- हसन अब्बास रज़ा
आज के टॉप 4 शेर
एक दिन कह लीजिए जो कुछ है दिल में आप के
एक दिन सुन लीजिए जो कुछ हमारे दिल में है
- जोश मलीहाबादी
रहता था सामने तिरा चेहरा खुला हुआ
पढ़ता था मैं किताब यही हर क्लास में
- शकेब जलाली
ग़ज़ब किया तिरे वादे पे एतिबार किया
तमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया
- दाग़ देहलवी
कब वो सुनता है कहानी मेरी
और फिर वो भी ज़बानी मेरी
- मिर्ज़ा ग़ालिब