सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Realme Narzo 10a Specifications,Realme Narzo 10a Price in India, भारत में हुआ लॉन्च, मिलेगी 5000mAh की बैटरी


Realme narzo 10a specifications, भारत में हुआ लॉन्च, मिलेगी 5000mAh की बैटरी
Realme Narzo 10a Specifications,Realme Narzo 10a Price in India,


सार
Realme Narzo 10A और Realme Narzo 10 भारत में लॉन्च
शुरुआती कीमत 8,499 रुपये
रिवर्स चार्जिंग से लैस है फोन

विस्तार
 रियलमी ने लॉकडाउन के बीच भारत में अपना नया और बजट स्मार्टफोन Realme Narzo 10A पेश कर दिया है। कंपनी ने Realme Narzo 10 को भी भारतीय बाजार में उतार दिया है। Narzo 10 सीरीज की शुरुआती कीमत 8,499 रुपये है। आइए जानते हैं Realme Narzo 10A के बारे में...

Realme Narzo 10A की स्पेसिफिकेशन
इस फोन में डुअल सिम सपोर्ट के साथ एंड्रॉयड 10 आधारित Realme UI दिया गया है। फोन में 6.5 इंच की HD+ डिस्प्ले मिलेगी जिसका रिजॉल्यूशन 720x1600 पिक्सल है। डिस्प्ले पर कॉर्निंग ग्लास 3 का प्रोटेक्शन मिलेगा। फोन में मीडियाटेक का ऑक्टाकोर Helio G70 प्रोसेसर मिलेगा। फोन में 3 जीबी रैम के साथ 32 जीबी की स्टोरेज दी गई है जिसे मेमोरी कार्ड की मदद से बढ़ाया जा सकेगा।

Realme Narzo 10A का कैमरा
कैमरे की बात करें तो इसमें ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है जिसमें एक कैमरा 12 मेगापिक्सल का f/1.8 अपर्चर वाला है, दूसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का डेफ्थ के लिए है और तीसरा लें 2 मेगापिक्सल का मैक्रो लेंस है। सेल्फी के लिए फ्रंट में 5 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है जिसके साथ एआई का भी सपोर्ट है।

Realme Narzo 10A की बैटरी
फोन में 4G LTE, वाई-फाई, ब्लूटूथ v5.0,जीपीएस/ए-जीपीएस, माइक्रो यूएसबी पोर्ट, फिंगरप्रिंट सेंसर और 5000mAh की बैटरी है। इस फोन में रिवर्स चार्जिंग है यानी इसकी मदद से आप दूसरे फोन को भी चार्ज कर सकेंगे। फोन का वजन 195 ग्राम है।

Realme Narzo 10A की कीमत और ऑफर्स
इस फोन की कीमत 8,499 रुपये है। फोन की बिक्री फ्लिपकार्ट और रियलमी की आधिकारिक वेबसाइट से 22 मई को दोपहर 12 बजे होगी। फोन के साथ मिलने वाले ऑफर्स की जानकारी कंपनी ने अभी नहीं दी है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...