सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पतला होने के घरेलू उपाय इन हिंदी | Home-made Weight Loss Drinks


पतला होने के घरेलू उपाय इन हिंदी
Homemade Weight Loss Drinks 


 वजन कम करने के लिए भोजन, पतला होने के घरेलू उपाय इन हिंदी, मोटापा कम करने का रामबाण उपाय, कैसे 7 दिनों में वजन 10 किलो कम करने के लिए, कैसे एक सप्ताह में 20 किलो कम करने के लिए, मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय, वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट, वजन बढ़ाने का नुस्खा घरेलू, वजन कम करने का वीडियो, वजन घटाने की दवा, मोटापा कम करने का आसान तरीका, वजन कम करने का तरिका, मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट, घर बैठे वजन कैसे कम करें, मोटापा के लक्षण, मोटापा कम करने का नुस्खा, वजन घटाने का आसान तरीका, Ways to lose weight,






शरीर में चर्बी (Body Fat) को कम करना हर कोई चाहता है। वहीं वजन कम करने के लिए हर कोई नए नए तरीकों को अपनाता है। साथ ही अपने मोटा और थुलथुला शरीर (Obisity) किसी को नहीं पसंद होता। दूसरी वजह यह भी है कि मोटापा (Weight Gain)कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है, इनमें हार्ट अटैक, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियां होने की संभावना होती है।


मोटापा कम करने के लिए वेट लॉस ड्रिंक्स (Weight Loss Drinks) का इस्तेमाल करना चाहिए। जिससे कुछ दिनों में ही आपका शरीर का वजन कम हो जायेगा साथ ही शरीर की चर्बी भी। ये ड्रिंक इसलिए भी खास है क्योंकि ये आपके लिए बॉडी डिटॉक्स (Body Detox Drink) का भी काम करती है।




चुकंदर वजन घटाने के लिए क्यों है खास?



आपको बतादें कि चुकंदर में आयरन पाया जाता है। जो हमारें शरीर के हीमोग्लोबिन को बढ़ाता है। इसके अलावा चुकंदर फॉलेट (विटामिन B9), मैंग्नीज, पोटैशियम और विटामिन C का बहुत अच्छा स्रोत है। साथ ही  चुकंदर में ऑर्गेनिक नाइट्रेट, बीटानिन जैसे खास कंपाउंड्स पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद माने जाते है आपकों बताते है चुकंदर वेट लॉस ड्रिंक बनाने का तरीका।



ऐसे बनाएं चुकंदर से वेट लॉस ड्रिंक




1 छोटा या आधा बड़ा चुकंदर लें। इसके बाद आप उसमें 1 नींबू डालकर अच्छें से मिलाल  इसके बाद आफ इसे कांच के जार में रख दे। ताकि रातभर में इंफ्यूजन की क्रिया से पानी सारा अर्क खींच लें। बस अगली सुबह इस पानी को छान लें और पिएं।



कैसे पीना है ये वेट लॉस ड्रिंक?




सुबह उठकर खाली पेट आप ये ड्रिंक पी सकते हैं। बतादें कि इससे आपकी बॉडी डिटॉक्स होगी। ड्रिंक पीने के साथ-साथ अपने खानपान पर थोड़ा कंट्रोल रखें ।ये आदतें आपके वजन को तेजी से घटाने में मदद करेंगी।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...