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Blood Relation Shayari Collection रिश्तों पर कहे गए शायरों के शेर

रिश्तों पर कहे गए शायरों के शेर
रिश्तों पर कहे गए शायरों के शेर


Blood Relation Shayari Collection  रिश्तों पर कहे गए शायरों के शेर
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तुम मेरे इस दिल को पागल मत कहना
अपना बच्चा सब को प्यारा होता है
- सचिन शालिनी


मैं ने हाथों से बुझाई है दहकती हुई आग
अपने बच्चे के खिलौने को बचाने के लिए
- शकील जमाली

 
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या रब मिरी दुआओं में इतना असर रहे
फूलों भरा सदा मिरी बहना का घर रहे
- अज्ञात


बहन की इल्तिजा मां की मोहब्बत साथ चलती है
वफ़ा-ए-दोस्तां बहर-ए-मशक़्कत साथ चलती है
- सय्यद ज़मीर जाफ़री

जब भी कश्ती मिरी सैलाब में आ जाती है
मां दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है
- मुनव्वर राना


घर लौट के रोएंगे मां बाप अकेले में
मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में
- क़ैसर-उल जाफ़री

इन का उठना नहीं है हश्र से कम
घर की दीवार बाप का साया
- अज्ञात





उन के होने से बख़्त होते हैं
बाप घर के दरख़्त होते हैं
- अज्ञात

मैं अपने बचपने में छू न पाया जिन खिलौनों को
उन्ही के वास्ते अब मेरा बेटा भी मचलता है
- तनवीर सिप्रा


बेटा बेटी फ़ोन पर अक्सर बताते हैं मुझे
वक़्त मिलता ही नहीं है गांव आने के लिए
- शिवकुमार बिलग्रामी




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