'हैरानी' पर शायरों की शायरी |
Hindi Hairan Shayari Collections | हैरान शायरी - इस दुनिया बहुत सी बातें इंसान को हैरान करती हैं. इस पोस्ट दिए बेहतरीन 'हैरानी' पर शायरों के अल्फ़ाज़ Hairan Shayari In Hindi (हैरान शायरी हिंदी में). 2 Line Hairan Shayari & Poetry: बेहतरीन और चुनिंदा शायरी का
हर नए हादसे पे हैरानी
पहले होती थी अब नहीं होती
- बाक़ी सिद्दीक़ी
उस ने हर ज़र्रे को तिलिस्म-आबाद किया
हाथ हमारे लगी फ़क़त हैरानी है
- अम्बर बहराईची
अजनबी हैरान मत होना कि दर खुलता नहीं
जो यहां आबाद हैं उन पर भी घर खुलता नहीं
- सलीम कौसर
इतनी सारी यादों के होते भी जब दिल में
वीरानी होती है तो हैरानी होती है
- अफ़ज़ल ख़ान
हैरान मत हो तैरती मछली को देख कर
पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख
- मोहम्मद अल्वी
मुझ को तलाश करते हो औरों के दरमियां
हैरान हो रहा हूं तुम्हारे गुमान पर
- अरशद कमाल
जितनी भारी गठरी होगी
उतना तू हैरान रहेगा
- गोपालदास नीरज
सामने रख कर आईना
चेहरे पर हैरानी रख
- ज़िया ज़मीर
फिर दुख जी को लग जाता है
साथ नहीं देती हैरानी
- अरमान नज्मी
कहूं दास्तां मैं गर अपनी और उस की
तो हैरान हो सुन के अपना पराया
- जुरअत क़लंदर बख़्श
पहले होती थी अब नहीं होती
- बाक़ी सिद्दीक़ी
उस ने हर ज़र्रे को तिलिस्म-आबाद किया
हाथ हमारे लगी फ़क़त हैरानी है
- अम्बर बहराईची
अजनबी हैरान मत होना कि दर खुलता नहीं
जो यहां आबाद हैं उन पर भी घर खुलता नहीं
- सलीम कौसर
इतनी सारी यादों के होते भी जब दिल में
वीरानी होती है तो हैरानी होती है
- अफ़ज़ल ख़ान
हैरान मत हो तैरती मछली को देख कर
पानी में रौशनी को उतरते हुए भी देख
- मोहम्मद अल्वी
मुझ को तलाश करते हो औरों के दरमियां
हैरान हो रहा हूं तुम्हारे गुमान पर
- अरशद कमाल
जितनी भारी गठरी होगी
उतना तू हैरान रहेगा
- गोपालदास नीरज
सामने रख कर आईना
चेहरे पर हैरानी रख
- ज़िया ज़मीर
फिर दुख जी को लग जाता है
साथ नहीं देती हैरानी
- अरमान नज्मी
कहूं दास्तां मैं गर अपनी और उस की
तो हैरान हो सुन के अपना पराया
- जुरअत क़लंदर बख़्श