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Anjum Rahbar Shayari Collection मशहूर शायरा अंजुम रहबर की चुनिंदा शायरी

 

मशहूर शायरा अंजुम रहबर की चुनिंदा शायरी
anjum rehbar poetry

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मैंने ये सोचकर दे दिया दिल उसे
दिल किसी का दुखाना नहीं चाहिए


मिलना था इत्तेफ़ाक बिछड़ना नसीब था
वो इतनी दूर हो गया जितने क़रीब था 

 

anjum rehbar famous sher


दफ़्ना दिया गया मुझे चांदी की कब्र में
मैं जिसको चाहती थी वो लड़का ग़रीब था


अंजुम मैं जीतकर भी यही सोचती रही
जो हार कर गया है बहुत ख़ुशनसीब था

 

 

anjum rehbar poetry | अंजुम रहबर का मुशायरो

 


मुहब्बतों का सलीका सिखा दिया मैंने
तेरे बग़ैर भी जीकर दिखा दिया मैंने


जहां सजा के मैं रखती थी तेरी तस्वीरें
अब उस मकान में ताला लगा दिया मैंने 


कैसी ज़मीन, कैसी डगर कैसा लगा है
मैं साथ नहीं हूं तो सफ़र कैसा लगा है

 

 

best anjum rehbar shayari

 


ख़ामोश हैं लब चुप है नज़र याद नहीं है
कुछ आपसे कहना है मगर याद नहीं है


ये अभी और हंसी और सुहाना होगा
न हुआ है न कभी प्यार पुराना होगा


है तआल्लुक तो अना छोड़नी होगी एक दिन
तुझसे रूठी हूं तुझे आके मनाना होगा
 


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