Jawad Sheikh Selected Shayari In Hindi नामचीन शायर Jawad Sheikh की शायरी Jawad Sheikh ke Sher | हिंदी शायरी एच
jawad sheikh ki shayari |
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कोई इतना प्यारा कैसे हो सकता है
फिर सारे का सारा कैसे हो सकता है
इक ज़ख़्म मुझ को चाहिए मेरे मिज़ाज का
या'नी हरा भी चाहिए गहरा भी चाहिए
अपने बिखरे हुए टुकड़ों को समेटे कब तक?
एक इंसान की ख़ातिर कोई कितना टूटे
जव्वाद शैख़ की शायरी in hindi
आप कहिए तो निभाते चले जाएँगे मगर
इस तअ'ल्लुक़ में अज़िय्यत के सिवा कुछ भी नहीं
मैं ने इक उम्र से बटवे में सँभाली हुई है
वही तस्वीर जो इक पल नहीं देखी जाती
ये वहम जाने मेरे दिल से क्यूँ निकल नहीं रहा
कि उस का भी मिरी तरह से जी सँभल नहीं रहा
मैं चाहता हूँ तू यक-दम ही छोड़ जाए मुझे
ये हर घड़ी तिरे जाने का एहतिमाल न हो
jawad sheikh best hindi shayari
मैं अब किसी की भी उम्मीद तोड़ सकता हूँ
मुझे किसी पे भी अब कोई ए'तिबार नहीं
कठिन तो बहुत है मगर दिल के रिश्तों को आज़ाद छोड़ो
तवक़्क़ो' न बाँधो कि ये इक अज़िय्यत भरा तजरबा है
मुझ को लगता है कि इंसान अधूरा है अभी
तू ने दुनिया में उसे भेज के उजलत की है