मौसम' पर Shayari In Hindi 2021 कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास कम आए, और कुछ मेरी मिट्टी में बग़ावत भी बहुत थी। इश्क़ में सुहाना लगता है हर मौसम, हर मौसम टूटे दिल को देता है सिर्फ़ गम बरसात के मौसम पर शायरी
मौसम शायरी 2 लाइन, मौसम शायरी in Urdu
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है
तुम्हारे बा'द ये मौसम बहुत सताएगा
- बशीर बद्र
सुर्ख़ मौसम की कहानी तो पुरानी हो गई
खुल गया मौसम तो सारे शहर में चर्चा हुआ
- पी पी श्रीवास्तव रिंद
तुम्हारे बा'द ये मौसम बहुत सताएगा
- बशीर बद्र
सुर्ख़ मौसम की कहानी तो पुरानी हो गई
खुल गया मौसम तो सारे शहर में चर्चा हुआ
- पी पी श्रीवास्तव रिंद
मौसम शायरी 2 लाइन
मैं आख़िर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता
यहाँ हर एक मौसम को गुज़र जाने की जल्दी थी
- राहत इंदौरी
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
- क़ैसर-उल जाफ़री
पत्थर न बना दे मुझे मौसम की ये सख़्ती
मर जाएं मिरे ख़्वाब न ताबीर के डर से
- पिन्हां
जाते मौसम ने जिन्हें छोड़ दिया है तन्हा
मुझ में उन टूटते पत्तों की झलक है कितनी
- ज़ुबैर रिज़वी
गुलाबी गुलाबी सहाबों का मौसम
नहीं रहता हर दम गुलाबों का मौसम
- नामी नादरी
खिड़की खोल के देखो मौसम अच्छा है
चिड़ियो पर फैलाओ मौसम अच्छा है
- फ़रहत ज़ाहिद
आज मौसम बड़ा सुहाना है
याद आया कोई फ़साना है
- हर्षल ग़ाफ़िल
बड़ा वीरान मौसम है कभी मिलने चले आओ
हर इक जानिब तिरा ग़म है कभी मिलने चले आओ
- अदीम हाशमी