सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भूल जाइए सिनेमा हाल, आ गया Samsung का 1000 इंच डिस्प्ले अपडेटेड वर्जन 16K The Wall,Led जानें खूबियां - हिंदी शायरी एच

Samsung का 1000 इंच डिस्प्ले अब आप सिनेमाघर को घर ला सकते हैं। जी हां दरअसल Samsung ने 1000 इंच वाला LED डिस्प्ले लॉन्च किया है जिसे The Wall के नाम से जाना जाएगा। यह साल 2020 में लॉन्च The Wall डिस्प्ले का अपडेटेड वर्जन है।

 

भूल जाइए सिनेमा हाल, आ गया Samsung का 1000 इंच डिस्प्ले The Wall, जानें खूबियां
16K Samsung का 1000 इंच

 


कोविड-19 के दौर में ज्यादातर सिनेमाघर बंद है, जिसके चलते लोग बड़ी स्क्रीन पर फिल्मों का लुत्फ नहीं उठा पा रहे हैं। लेकिन अब आप सिनेमाघर को घर ला सकते हैं। जी, हां, दरअसल Samsung ने 1000 इंच वाला LED डिस्प्ले लॉन्च किया है, जिसे The Wall के नाम से जाना जाएगा। यह साल 2020 में लॉन्च The Wall डिस्प्ले का अपडेटेड वर्जन है।



कीमत का नहीं हुआ खुलासा

The Verge की रिपोर्ट के मुताबिक Samsung के लेटेस्ट लॉन्च The Wall डिस्प्ले एक बड़े मॉड्यूलर माइक्रो LED डिस्प्ले सपोर्ट के साथ आएगा। Samsung के इस माइक्रो LED डिस्प्ले को आज से अमेरिका समेत सेलेक्टेड मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। हालांकि कंपनी ने इसकी कीमत का खुलासा नहीं किया है। Samsung के मुताबिक यह पिछले साल लॉन्च डिस्प्ले के मुकाबले 40 फीसदी छोटा है। साथ ही इसे दमदार कॉन्ट्रॉस्ट रेश्यो और शानदार कलर के साथ लॉन्च किया गया है। इसमें Samsung ने नया AI प्रोसेसर दिया है, जो इंप्रूव पिक्चर क्वॉलिटी और कॉन्ट्रॉस्ट के साथ आता है। इसमें न्वाइज को रिमूव करने का ऑप्शन दिया गया है। The Wall में 4k डिस्प्ले दिया गया है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है। इसका रेजोल्यूशन 15,360 x 2,160 16K है। इस दीवार और छत में लगा सकेंगे। इसे L शेप में भी लगा सकते हैं। Samsung ने बताया कि इस लेटेस्ट वर्जन वाले डिस्प्ले में 1,600 nits का पीक ब्राइटनेस मिलेगा।



Samung की बड़ी डिस्प्ले वाली स्मार्ट टीवी

 Samsung ने इस साल के CES में एक 110 इंच माइक्रोLED टीवी का ऐलान किया है। इससे पहले तक Samsung की 76 से लेकर 99 इंच स्क्रीन वाली स्मार्ट टीवी मौजूद थी। Samsung की तरफ से The Frame सीरीज के तहत बड़े स्क्रीन की टीवी को पेश किया जाता है। Samsung के पास 85 इंच स्क्रीन साइज की 8k QLED टीवी है, जिनकी कीमत 5 लाख रुपये से ज्यादा है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...