Zaroorat Shayari Collection Zaroorat Two Line शायरी In Hindi 'जरूरत' टू लाइन शायरी हिंदी में | हिंदी शायरी एच
जरूरत shayari |
हर किसी को किसी न किसी चीज की जरूरत होती है ऐसे ही कुछ जरूरतो पर शायरी best shayari on zaroorat in hindi mujhe teri zaroorat hai shayari zaroorat shayari two line
तुझे ही फुरसत ना थी किसी अफ़साने को पढ़ने की,
मैं तो बिकता रहा तेरे शहर में किताबों की तरह..
घर के बहार ढूंढता रहता हुँ दुनिया,
घर के अंदर दुनियादारी रहती है..
कोई ज़रुरत नहीं किसी को याद आऊं मैँ,
कोई मुझे याद आ रहा है यही बहुत है..
mujhe teri zaroorat hai shayari
ज़रूरत ढल गई रिश्ते में वर्ना
यहां कोई किसी का अपना कब है
- अता आबिदी
ख़ुद चराग़ों को अंधेरों की ज़रूरत है बहुत
रौशनी हो तो उन्हें लोग बुझाने लग जाएं
- शबाना यूसुफ़
अब उस की दीद मोहब्बत नहीं ज़रूरत है
कि उस से मिल के बिछड़ने की आरज़ू है बहुत
- ज़फ़र इक़बाल
बे-सबब बात बढ़ाने की ज़रूरत क्या है
हम ख़फ़ा कब थे मनाने की ज़रूरत क्या है
- शाहिद कबीर
अब तो ख़ुद अपनी ज़रूरत भी नहीं है हम को
वो भी दिन थे कि कभी तेरी ज़रूरत हम थे
- ऐतबार साजिद
best shayari on zaroorat in hindi
मुझ को थकने नहीं देता ये ज़रूरत का पहाड़
मेरे बच्चे मुझे बूढ़ा नहीं होने देते
- मेराज फ़ैज़ाबादी
ज़ीस्त का खेल रचाने की ज़रूरत क्या है
रोते लम्हात सजाने की ज़रूरत क्या है
- अज़ीज़ आदिल
अपनी उलझन को बढ़ाने की ज़रूरत क्या है
छोड़ना है तो बहाने की ज़रूरत क्या है
- नदीम गुल्लानी
ज़रूरत कुछ ज़ियादा हो न जाए
समुंदर और गहरा हो न जाए
- नजीब अहमद