December month shayari in hin 2021 (दिसंबर पर शायरी 2021) शायरों के अल्फाज़ दिसंबर पर Hindi Shayari H
(दिसंबर पर शायरी 2021) शायरों के अल्फाज़ दिसंबर पर
December par sher |
2 line shayari on December 2021
'अल्वी' ये मो'जिज़ा है दिसम्बर की धूप का
सारे मकान शहर के धोए हुए से हैं
- मोहम्मद अल्वी
'सैफ़ी' मेरे उजले उजले कोट पर
मल गया कालक दिसम्बर देख ले
- मुनीर सैफ़ी s
ये साल भी उदासियाँ दे कर चला गया
तुम से मिले बग़ैर दिसम्बर चला गया
- अज्ञात
Best hindi shayari on December
इरादा था जी लूँगा तुझ से बिछड़ कर
गुज़रता नहीं इक दिसम्बर अकेले
- ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर
सामने आँखों के फिर यख़-बस्ता मंज़र आएगा
धूप जम जाएगी आँगन में दिसम्बर आएगा
- सुल्तान अख़्तर
मैं एक बोरी में लाया हूँ भर के मूँग-फली
किसी के साथ दिसम्बर की रात काटनी है
- अज़ीज़ फ़ैसल
यादों की शाल ओढ़ के आवारा-गर्दियाँ
काटी हैं हम ने यूँ भी दिसम्बर की सर्दियाँ
- अज्ञात
शायरों की जुबानी शायरी इन हिंदी
रोते हैं जब भी हम दिसम्बर में
जम से जाते हैं ग़म दिसम्बर में
- इंद्र सराज़ी
सताती हैं रुलाती हैं मुझे यादें दिसम्बर की
जगाती हैं जलाती हैं मुझे रातें दिसम्बर की
- मुनज़्ज़ह नूर
तू मयस्सर नहीं है, सर्दी है
और दिसम्बर की ग़ुंडा-गर्दी है
- जे ई नज्म
आपको सभी पाठको को यह december शायरी कलेक्शन आशा करता हु पसंद आया होगा