सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

New Year Selected Shayari Collection In Hindi-New Year 2022 Sher: आने वाले साल में आपका स्वागत है इन शायरी के साथ-Hindishayarih

New Year Selected Sher Collection In Hindi - New Year 2022 sher Welcome to the coming year with these shero shayari आने वाले साल में आपका स्वागत है इन शायरी के साथ New year sher,  नव वर्ष शायरी,




New Year Selected Shayari Collection In Hindi - New Year 2022 Sher: आने वाले साल में आपका स्वागत है इन शायरी के साथ
New Year 2022 Sher



यकुम जनवरी है नया साल है
दिसम्बर में पूछूंगा क्या हाल है
- अमीर क़ज़लबाश


नए साल पर शायरी आने वाले साल पर शायरी 2022 new year shayari, नए साल पर शेर, new year whatsapp wishes, 



क्या होगा जब साल नया इक आएगा?
जीवन-रेखा और ज़रा घट जाएगी
- अज़ीज़ नबील


पलट सी गई है ज़माने की काया
नया साल आया नया साल आया
- अख़्तर शीरानी



आने वाले नव वर्ष पर शायरी


नया साल आया है ख़ुशियां मनाओ
नए आसमानों से आंखें मिलाओ
- अज्ञात


फिर आ गया है एक नया साल दोस्तो
इस बार भी किसी से दिसम्बर नहीं रुका
- अज्ञात 




ऐ जाते बरस तुझ को सौंपा ख़ुदा को
मुबारक मुबारक नया साल सब को
- मोहम्मद असदुल्लाह


नए साल पर शेर hindi mai

एक पत्ता शजर-ए-उम्र से लो और गिरा
लोग कहते हैं मुबारक हो नया साल तुम्हें
- अज्ञात 



दुल्हन बनी हुई हैं राहें
जश्न मनाओ साल-ए-नौ के
- साहिर लुधियानवी


न कोई रंज का लम्हा किसी के पास आए
ख़ुदा करे कि नया साल सब को रास आए
- अज्ञात

new year shayari 2022 in hindi

इक अजनबी के हाथ में दे कर हमारा हाथ
लो साथ छोड़ने लगा आख़िर ये साल भी
- हफ़ीज़ मेरठी





अब के बार मिल के यूं साल-ए-नौ मनाएंगे
रंजिशें भुला कर हम नफ़रतें मिटाएंगे
- अज्ञात



पुराने साल की ठिठुरी हुई परछाइयां सिमटीं
नए दिन का नया सूरज उफ़ुक़ पर उठता आता है
- अली सरदार जाफ़री


नव वर्ष शेर 2022 in hindi


हर साल नया साल है हर साल गया साल
हम उड़ते हुए लम्हों की चौखट पे पड़े हैं
- अख़्तर होशियारपुरी




ये किस ने फ़ोन पे दी साल-ए-नौ की तहनियत मुझ को
तमन्ना रक़्स करती है तख़य्युल गुनगुनाता है
- अली सरदार जाफ़री






नया साल दीवार पर टांग दे
पुराने बरस का कैलेंडर गिरा
- मोहम्मद अल्वी


new year whatsapp message in hindi


सलाम तेरी मुरव्वत को मेहरबानी को
मिला इक और नया सिलसिला कहानी को
- ख़ुर्शीद अहमद जामी 



 
 new year 2022, नव वर्ष 2022, नव वर्ष शेर 2022,नव वर्ष पर शेर, new year whatsapp status, नव वर्ष पर शायरी,  new year whatsapp sher

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...